दशहरा पर निबंध हिंदी में | Dussehra essay in hindi

Published By: Bhakti Home
Published on: Saturday, Oct 12, 2024
Last Updated: Saturday, Oct 12, 2024
Read Time 🕛
3 minutes
Table of contents

दशहरा पर निबंध | Dussehra essay in hindi - दशहरा भारत का एक महत्वपूर्ण त्योहार है, जिसे विजयादशमी के नाम से भी जाना जाता है। यह पर्व हर साल अश्विन माह की शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को मनाया जाता है। दशहरा बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक है और इसे विशेष रूप से भगवान श्रीराम द्वारा रावण के वध की स्मृति में मनाते हैं। यह पर्व न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि सामाजिक एकता और मानवता की मूल्यों को भी उजागर करता है। इस दिन लोग एक-दूसरे को शुभकामनाएं देते हैं, रामलीला का आयोजन करते हैं, और रावण के पुतले को जलाकर बुराई के अंत का जश्न मनाते हैं। दशहरा का पर्व हमें यह सिखाता है कि सत्य और धर्म की हमेशा विजय होती है और यह हमें अपने जीवन में सकारात्मकता लाने के लिए प्रेरित करता है।

दशहरा पर निबंध | Dussehra essay in hindi

परिचय

दशहरा, जिसे विजयादशमी भी कहा जाता है, भारत का एक प्रमुख त्योहार है। यह त्योहार हर साल अश्विन माह की शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को मनाया जाता है। दशहरा बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक है और इसे भगवान श्रीराम द्वारा रावण के वध की खुशी में मनाया जाता है।

धार्मिक महत्व

दशहरा का धार्मिक महत्व बहुत गहरा है। इस दिन भगवान श्रीराम ने रावण का वध करके सीता को मुक्त किया था। यह घटना हमें यह सिखाती है कि बुराई चाहे कितनी भी बड़ी क्यों न हो, सत्य और धर्म की हमेशा विजय होती है। रामायण के अनुसार, रावण एक महान विद्वान था, लेकिन उसकी अहंकार और बुराई के कारण उसका अंत हुआ।

दशहरा समारोह

दशहरा का पर्व पूरे देश में विभिन्न रूपों में मनाया जाता है। इस दिन रामलीला का आयोजन होता है, जिसमें भगवान श्रीराम के जीवन की घटनाओं का मंचन किया जाता है। लोग रावण, कुम्भकर्ण और मेघनाथ का पुतला बनाते हैं और उसे जलाते हैं। इसके अलावा, कई स्थानों पर मेले भी लगाए जाते हैं, जहां लोग झूले झूलते हैं और विभिन्न खेलों का आनंद लेते हैं।

सामाजिक एकता

दशहरा केवल एक धार्मिक पर्व नहीं है, बल्कि यह सामाजिक और सांस्कृतिक एकता का प्रतीक भी है। इस दिन लोग एक-दूसरे को बुराई पर अच्छाई की जीत की शुभकामनाएं देते हैं। यह पर्व हमें एकजुट होने और बुराइयों के खिलाफ खड़े होने का संदेश देता है। बच्चे इस दिन विशेष रूप से पटाखे जलाते हैं और उत्सव का आनंद लेते हैं।

शिक्षाप्रद तत्व

दशहरा का पर्व हमें यह सिखाता है कि हमें हमेशा सत्य और धर्म के मार्ग पर चलना चाहिए। यह हमें प्रेरित करता है कि जीवन में आने वाली कठिनाइयों और बुराइयों का सामना साहस के साथ करना चाहिए। इसके अलावा, यह पर्व हमें अपने पुराने और बुरे अनुभवों को भुलाकर नए संकल्प लेने का भी अवसर देता है।

निष्कर्ष

संक्षेप में, दशहरा हमें हर वर्ष यह याद दिलाता है कि सत्य और धर्म की हमेशा विजय होती है। इस पर्व को मनाने से न केवल धार्मिक आस्था बढ़ती है, बल्कि समाज में एकता और भाईचारे का संदेश भी फैलता है। हमें इस पर्व को धूमधाम से मनाना चाहिए और अपने जीवन में सकारात्मकता लाने के लिए प्रेरित होना चाहिए।

शुभ दशहरा!

 

BhaktiHome