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Rishi panchami vrat kyu rakhte hai - हिंदू धर्म में ऋषि पंचमी का बहुत महत्व है। हिंदू कैलेंडर के अनुसार भाद्रपद माह की शुक्ल पक्ष पंचमी को ऋषि पंचमी का दिन मनाया जाता है। इस दिन महिलाएं व्रत रखती हैं और भगवान से जाने-अनजाने में हुए पापों के लिए क्षमा मांगती हैं।
गणेश चतुर्थी के अगले दिन आने वाले इस दिन हिंदू महिलाएं बड़े उत्साह के साथ पूजा करती हैं। कहा जाता है कि सभी महिलाओं को यह व्रत विशेष रूप से करना चाहिए। आइए आज हम आपको बताते हैं इस व्रत का महत्व और इसके उद्यापन की विधि।
Rishi panchami vrat kyu rakhte hai | ऋषि पंचमी व्रत क्यों रखते हैं? ऋषि पंचमी का व्रत क्यों रखा जाता है?
- ऋषि पंचमी का व्रत महिलाओं के साथ-साथ खासकर अविवाहित लड़कियां भी रखती हैं, लेकिन अन्य व्रतों की तरह यह सिर्फ पति या मनचाहा वर पाने के लिए ही नहीं रखा जाता, बल्कि इसका एक खास उद्देश्य होता है।
- ऋषि पंचमी व्रत खास तौर पर महिलाओं द्वारा परोक्ष या अनजाने में किए गए पापों को नष्ट करने के लिए बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। यही वजह है कि हर उम्र और वर्ग की महिलाएं इसे खास तौर पर रखती हैं।
- खास तौर पर महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान अनजाने में की गई धार्मिक गलतियों और उसके साथ आने वाले पापों से बचाने के लिए यह व्रत बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है।
- ऋषि पंचमी व्रत की एक और सबसे खास बात यह है कि इस व्रत में किसी देवी-देवता की पूजा नहीं की जाती, बल्कि इस दिन सप्तऋषियों की विशेष पूजा की जाती है।
- इस व्रत में अपामार्ग नामक पौधे का विशेष महत्व होता है, जिसके तने से दांत साफ किए बिना और स्नान किए बिना ऋषि पंचमी का यह पावन व्रत पूरा नहीं होता। सभी पापों का नाश करने वाला यह व्रत बहुत पुण्य फलदायी होता है।
 
    