सर्व पितृ अमावस्या मंत्र | Sarva pitru amavasya mantra

Published By: Bhakti Home
Published on: Tuesday, Oct 1, 2024
Last Updated: Wednesday, Oct 2, 2024
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Sarva pitru amavasya mantra | सर्व पितृ अमावस्या मंत्र
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Sarva pitru amavasya mantra, इस बार सर्व पितृ अमावस्या का दिन बहुत शुभ माना जा रहा है। अगर आप किसी का श्राद्ध या तर्पण करना भूल गए हैं तो इस दिन कर सकते हैं। साथ ही इस दिन कुछ मंत्रों का जाप भी जरूर करना चाहिए। इनसे आपके पितरों को मुक्ति मिलती है। इस दिन तीन पीढ़ियों का श्राद्ध किया जाता है।

Sarva pitru amavasya mantra | सर्व पितृ अमावस्या मंत्र

सर्व पितृ अमावस्या के दिन पितृ धरती से वापस पितृ लोक चले जाते हैं। कहा जाता है कि अगर आप सर्व पितृ अमावस्या के दिन किसी का श्राद्ध तर्पण करना भूल गए हैं तो आप उनके नाम से कर सकते हैं। साथ ही इस दिन पितरों के कुछ मंत्रों का जाप भी करना चाहिए। इन मंत्रों का जाप करने से आपके पितरों को मुक्ति मिलेगी। आइए जानते हैं सर्व पितृ अमावस्या के दिन किन मंत्रों का जाप करना चाहिए।

 

पितरों को बुलाने का मंत्र

ॐ पितृ देवतायै नम: 

ॐ सर्व पितृ देवताभ्यो नमः

Om Pitru Devtaayai Namah

Om Sarva Pitru Devtabhayo Namah

तर्पण के लिए इस मंत्र का जाप करें 

ॐ आगच्छन्तु में पितर और ग्रहन्तु जलांजलिम्

इस तरह करें अपनी माता को तर्पण 

इस दिन अपनी दिवंगत माता को तर्पण करने के लिए गोत्र अपने गोत्र का नाम लें और फिर इस मंत्र का जाप करें 

वसुरूपस्त त्रिप्यतमिदं तिलोदकं गंगा जल वा 

तस्मै स्वधा नमः, तस्मै स्वधा नमः, तस्मै स्वधा नमः। 

 

इस तरह इस मंत्र से अपने पिता का तर्पण करें। 

इस दिन सभी के नाम से श्राद्ध और तर्पण किया जाता है। इस दिन अपने दिवंगत पिता के तर्पण के लिए जल देते समय सबसे पहले उनका नाम और गोत्र बोलें और अपने पिता का नाम बोलते हुए इस मंत्र का जाप करें: 

शर्मा वसुरूपत त्रिप्यतमिदं तिलोदकं गंगा जलां वा 

तस्मै स्वधा नमः, तस्मै स्वधा नमः, तस्मै स्वधा नमः।

दिवंगत दादा जी के लिए तर्पण करते समय इस मंत्र से करें।

अपने दिवंगत दादा के नाम से तर्पण करते समय सबसे पहले उनका नाम बोलें और फिर गौत्र बोलें। इसके बाद मंत्र का जाप करें: 

वसुरूपत त्रिप्यतमिदं तिलोदकं गंगा जलां वा 

तस्मै स्वधा नमः, तस्मै स्वधा नमः, तस्मै स्वधा नमः"। 

तर्पण करें।

इस तरह इस मंत्र से दादी जी  का तर्पण करें। 

अपनी दिवंगत दादी के नाम पर तर्पण करने के लिए दादी का नाम लें और फिर उनके गोत्र का नाम लेते हुए मंत्र 

गोत्रे अस्मत्पितामह (दादी का नाम) वसुरूपत त्रिप्यतमिदं तिलोदकं गंगा जलं वा 

तस्मै स्वधा नमः, तस्मै स्वधा नमः, तस्मै स्वधा नमः” 

का उच्चारण करें। इसी तरह आप अपने परदादा और परदादी के नाम पर भी तर्पण कर सकते हैं।

 

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