Horoscopers.com

Looking for Horoscopes, Zodiac Signs, Astrology, Numerology & More..

Visit Horoscopers.com

 

राधा अष्टमी की शुभकामनाएं संस्कृत में | Radha ashtami wishes in sanskrit

Published By: bhaktihome
Published on: Wednesday, September 11, 2024
Last Updated: Wednesday, September 11, 2024
Read Time 🕛
1 minute
 Radha ashtami wishes in sanskrit
Table of contents

राधा अष्टमी की शुभकामनाएं संस्कृत में (Radha ashtami wishes in sanskrit)

 

राधा अष्टमी की शुभकामनाएं संस्कृत में | Radha ashtami wishes in sanskrit

 

1 - ॐ ह्रीं श्रीराधिकायै नम:

ॐ ह्रीं श्रीराधिकायै नम: । राधा अष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएं। 

 

2 - ॐ वृषभानुज्यै विधमहे कृष्णप्रियायै 

ॐ वृषभानुज्यै विधमहे कृष्णप्रियायै 

धीमहि तन्नो राधा प्रचोदयात । 

राधा अष्टमी की मंगलमय शुभकामनाएं। 

 

3 - नमस्त्रैलोक्यजननि प्रसीद करुणार्णवे

नमस्त्रैलोक्यजननि प्रसीद करुणार्णवे।
ब्रह्मविष्ण्वादिभिर्देवैर्वन्द्यमान पदाम्बुजे।।

हे तीनों लोकों की माता, जिनके चरणों की पूजा ब्रह्मा, विष्णु आदि देवता करते हैं, मैं आपको नमस्कार करता हूँ। हे करुणार्णवे (दयालु)! मुझ पर प्रसन्न होइए।

 

Top 5 - राधा कृष्ण मंत्र | Radha krishna mantra with meaning

 

4 - ऊं ह्नीं श्रीं राधिकायै नम:।

ॐ ह्नीं श्रीं राधिकायै नम:। राधा अष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएं

 

5 - नमस्ते परमेशानि रासमण्डलवासिनी

नमस्ते परमेशानि रासमण्डलवासिनी।
रासेश्वरि नमस्तेऽस्तु कृष्ण प्राणाधिकप्रिये।।

राधा अष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएं।

हे रासमण्डल में निवास करने वाली परमेश्वरी, मैं आपको नमस्कार करता हूँ। हे रासेश्वरी, जो श्री कृष्ण को प्राणों से भी अधिक प्रिय हैं, मैं आपको नमस्कार करता हूँ।

 

राधा जी के 28 नाम | Radha ji ke 28 naam Premanand ji maharaj

 

6 - अच्युतं केशवं सत्यभा माधवं 

अच्युतं केशवं सत्यभा माधवं 

माधवं श्रीदारं राधिकां राधिकां

इंदिरा मंद्रिरं चेतसा सुंदरं 

देवकी नंदनं नंदनं संदधे

राधा अष्टमी की मंगलमय शुभकामनाएं

 

राधा अष्टमी के उपाय | Radha ashtami ke upay

 

7 - वन्दे वृन्दावनानन्दां राधिकां परमेश्वरीम्

वन्दे वृन्दावनानन्दां राधिकां परमेश्वरीम्, 

गोपिकां परमां श्रेष्ठां ह्लादिनीं शक्तिरुपिणीम्। 

राधा अष्टमी की मंगलमय शुभकामनाएं
 

राधा जी के 32 नाम | Radha ji ke 32 naam
 

 

BhaktiHome