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रामायण जी की आरती

Published By: Bhakti Home
Published on: Wednesday, Sep 13, 2023
Last Updated: Tuesday, Oct 31, 2023
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Ramayan ji ki aarti

॥ श्री रामायण जी की आरती ॥

आरती श्री रामायण जी की।कीरति कलित ललित सिया-पी की॥

 

गावत ब्राह्मादिक मुनि नारद।बालमीक विज्ञान विशारद।

शुक सनकादि शेष अरु शारद।बरनि पवनसुत कीरति नीकी॥

 

आरती श्री रामायण जी की। कीरति कलित ललित सिया-पी की॥

 

गावत वेद पुरान अष्टदस।छओं शास्त्र सब ग्रन्थन को रस।

मुनि-मन धन सन्तन को सरबस।सार अंश सम्मत सबही की॥

 

आरती श्री रामायण जी की। कीरति कलित ललित सिया-पी की॥

 

गावत सन्तत शम्भू भवानी।अरु घट सम्भव मुनि विज्ञानी।

व्यास आदि कविबर्ज बखानी।कागभुषुण्डि गरुड़ के ही की॥

 

आरती श्री रामायण जी की। कीरति कलित ललित सिया-पी की॥

 

कलिमल हरनि विषय रस फीकी।सुभग सिंगार मुक्ति जुबती की।

दलन रोग भव मूरि अमी की।तात मात सब विधि तुलसी की॥

 

आरती श्री रामायण जी की। कीरति कलित ललित सिया-पी की॥

 

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