धनतेरस पर क्या नहीं खरीदना चाहिए | Dhanteras par kya nahi kharidna chahiye

Published By: Bhakti Home
Published on: Monday, Oct 28, 2024
Last Updated: Monday, Oct 28, 2024
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धनतेरस पर क्या नहीं खरीदना चाहिए | Dhanteras par kya nahi kharidna chahiye
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Dhanteras par kya nahi kharidna chahiye,धनतेरस पर क्या नहीं खरीदना चाहिए - धनतेरस का पर्व हिंदू धर्म में समृद्धि, सुख, और सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है। इस दिन परंपरागत रूप से कई वस्तुएं खरीदना शुभ होता है, लेकिन कुछ ऐसी वस्तुएं भी हैं जिन्हें धनतेरस पर खरीदने से बचना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि इन वस्तुओं की खरीद से घर में नकारात्मकता, दरिद्रता और समस्याएं आ सकती हैं। इन धार्मिक मान्यताओं और परंपराओं के अनुसार धनतेरस पर क्या नहीं खरीदना चाहिए और इसके पीछे का महत्व क्या है, आइए इसे विस्तार से जानें।

धनतेरस पर क्या नहीं खरीदना चाहिए | Dhanteras par kya nahi kharidna chahiye

दिवाली से पहले धनतेरस का विशेष महत्व होता है। इस दिन भगवान कुबेर और भगवान धन्वंतरि की पूजा की जाती है। कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को धनतेरस का त्योहार मनाया जाता है। मान्यताओं के अनुसार धनतेरस के दिन कुछ चीजें खरीदने से उनमें तेरह गुना वृद्धि होती है और घर में सुख-समृद्धि का वास होता है। लेकिन इस दिन कुछ चीजें खरीदने से बचना चाहिए। मान्यता है कि ऐसी चीजें खरीदने से व्यक्ति के जीवन में दरिद्रता आती है। इसके अलावा कड़ी मेहनत करने के बाद भी सफलता नहीं मिलती है।

धनतेरस पर क्या नहीं खरीदना चाहिए: कारण और सावधानियां

इस दिन देवी लक्ष्मी और भगवान धन्वंतरि का आशीर्वाद पाने के लिए विशेष वस्तुओं की खरीदारी की जाती है, जैसे कि सोना-चांदी, बर्तन, झाड़ू और हल्दी-धनिया के बीज। परंतु कुछ ऐसी वस्तुएं भी हैं जिन्हें धनतेरस पर खरीदना अशुभ माना जाता है। 

ऐसा माना जाता है कि इन वस्तुओं की खरीद से घर में नकारात्मकता, दरिद्रता, और समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। आइए जानते हैं कि धनतेरस पर क्या नहीं खरीदना चाहिए और इसके पीछे का धार्मिक महत्व क्या है।

1. लोहे से बनी वस्तुएं क्यों नहीं खरीदें

  • कारण: लोहे को हिंदू धर्म में नकारात्मक धातु माना जाता है और यह शनि ग्रह से जुड़ा हुआ है। धनतेरस पर लोहे की वस्तुओं की खरीद को अशुभ माना जाता है क्योंकि शनि से संबंधित वस्तुएं दुर्भाग्य और नकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक मानी जाती हैं।
  • धार्मिक महत्व: यह माना जाता है कि लोहे की वस्तुएं खरीदने से शनि की अशुभ दृष्टि घर पर पड़ सकती है, जिससे घर में समस्याओं और परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।

2. कांच के सामान क्यों नहीं खरीदें

  • कारण: कांच का संबंध नकारात्मकता और अस्थिरता से होता है। कांच का सामान धनतेरस पर खरीदने से घर में स्थायित्व की कमी आ सकती है और परिवार में असंतुलन का माहौल बन सकता है।
  • धार्मिक महत्व: कांच को भारतीय परंपरा में अस्थायी और नाजुक माना जाता है, और इसे सुख-शांति के लिए अनुकूल नहीं माना जाता है।

3. तेल या तिल के तेल क्यों नहीं खरीदें

  • कारण: धनतेरस पर तेल खरीदना नकारात्मकता को आकर्षित करता है। विशेष रूप से तिल का तेल खरीदना अशुभ माना जाता है क्योंकि इसका संबंध शनि ग्रह और दरिद्रता से होता है।
  • धार्मिक महत्व: तेल का उपयोग विशेष रूप से शनिवार को शनि पूजा में किया जाता है, इसलिए इसे धनतेरस पर खरीदना अशुभ माना जाता है। इससे शनि की नकारात्मक ऊर्जा को घर में आमंत्रित करने का डर रहता है।

4. काले कपड़े क्यों नहीं खरीदें

  • कारण: धनतेरस पर काले कपड़े खरीदना अशुभ माना जाता है क्योंकि काले रंग का संबंध नकारात्मकता, दुःख और शोक से होता है।
  • धार्मिक महत्व: धनतेरस का पर्व उज्ज्वलता और समृद्धि का प्रतीक है, और काला रंग इसके विपरीत माना जाता है। इस दिन सफेद, लाल या पीले जैसे शुभ रंगों का चयन करना उचित माना गया है।

 

धनतेरस पर क्या खरीदना चाहिए और क्यों | Dhanteras par kya kharidna chahiye

 

5. नुकीले और धारदार उपकरण क्यों नहीं खरीदें

  • कारण: नुकीले और धारदार उपकरण जैसे चाकू, कैंची, या तलवारें खरीदने से नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव बढ़ सकता है। इस तरह के उपकरण घर में अशांति और विवाद उत्पन्न कर सकते हैं।
  • धार्मिक महत्व: धनतेरस पर शांति और सौभाग्य की कामना की जाती है, और धारदार वस्तुएं इसे बाधित कर सकती हैं। यह वस्तुएं हिंसा और विवाद का प्रतीक मानी जाती हैं, जिससे घर के माहौल पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है।

6. कंकड़-पत्थर या ईंट जैसी वस्तुएं क्यों नहीं खरीदें

  • कारण: कंकड़-पत्थर या ईंट जैसी वस्तुएं खरीदने का अर्थ घर में रुकावटें और नकारात्मकता को आकर्षित करना होता है। इनका संबंध कठिनाइयों और अवरोधों से होता है।
  • धार्मिक महत्व: धनतेरस पर घर में ऐसी वस्तुएं लाना सही नहीं माना जाता, क्योंकि यह समृद्धि और सुख-शांति के मार्ग में रुकावटें ला सकती हैं।

7. टूटी हुई वस्तुएं क्यों नहीं खरीदें

  • कारण: टूटी हुई वस्तुएं धनतेरस के शुभ अवसर पर अशुभ मानी जाती हैं। इन्हें घर में रखने से नकारात्मकता और आर्थिक हानि का डर रहता है।
  • धार्मिक महत्व: हिंदू धर्म में टूटी हुई वस्तुओं को दुर्भाग्य का प्रतीक माना जाता है। धनतेरस पर नई और साबुत वस्तुएं खरीदना शुभ माना जाता है, जो कि स्थायित्व और सकारात्मकता का प्रतीक होती हैं।

8. पुराने या इस्तेमाल किए गए सामान क्यों नहीं खरीदें

  • कारण: पुराने और इस्तेमाल किए गए सामान को धनतेरस पर खरीदना अनिश्चितता और नकारात्मकता को बढ़ावा दे सकता है। पुराने सामान की ऊर्जा और प्रभाव सकारात्मक नहीं होते।
  • धार्मिक महत्व: नए सामान को समृद्धि और उन्नति का प्रतीक माना गया है, जबकि पुराने सामान को अशुभ माना जाता है। धनतेरस पर सिर्फ नई वस्तुओं को खरीदने से घर में सुख, समृद्धि और स्थायित्व आता है।

निष्कर्ष

धनतेरस पर कुछ खास वस्तुओं की खरीदारी का धार्मिक महत्व है जो सकारात्मकता और समृद्धि का प्रतीक होती हैं। इसी तरह, कुछ वस्तुएं ऐसी भी हैं जिन्हें इस दिन खरीदना अशुभ माना जाता है, क्योंकि ये नकारात्मकता और बाधाओं को आकर्षित कर सकती हैं। इसीलिए, धनतेरस पर लोहे, कांच, तेल, काले कपड़े, धारदार उपकरण और पुराने सामान जैसी वस्तुओं को खरीदने से बचना चाहिए। इन सावधानियों का पालन करके हम इस पर्व के शुभ प्रभावों का पूरा लाभ उठा सकते हैं और अपने जीवन में सुख-शांति और समृद्धि ला सकते हैं।

 

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