
Bahula chauth kab hai? When is Bahula Chauth?
Bahula Chauth Puja Muhurat
According to the Panchang, the Chaturthi Tithi of Bhadrapada month will be as follows
Chaturthi Tithi Begins - 01:46 PM on Aug 22, 2024
Chaturthi Tithi Ends - 10:38 AM on Aug 23, 2024
Bahula Chauth / Godhuli Puja Muhurat - 06:40 PM to 07:06 PM
Total Duration - 26 Minutes
बहुला चौथ पूजा मुहूर्त
पंचांग के अनुसार भाद्रपद मास की चतुर्थी तिथि इस प्रकार रहेगी
चतुर्थी तिथि आरंभ - 22 अगस्त 2024 को दोपहर 01:46 बजे
चतुर्थी तिथि समाप्त - 23 अगस्त 2024 को सुबह 10:38 बजे
बहुला चौथ / गोधूलि पूजा मुहूर्त - शाम 06: 40 बजे से शाम 07:06 बजे तक
कुल अवधि - 26 मिनट
The Chaturthi Tithi of Krishna Paksha of Bhadrapad month is known as Bahula Chauth.
This festival is celebrated for the safety of children, women worship cows on this day. Also, idols of Shiva-Parvati, Kartikeya and Ganesha are made from clay and worshipped.
Shri Krishna himself has explained the importance of this day. It is believed that due to its grace, children get every happiness in life.
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बहुला चौथ की कहानी / बहुला गाय की कथा / बहुला चौथ की कथा
शास्त्रों में गाय को विशेष महत्व दिया गया है।
गाय को माता का दर्जा प्राप्त है। गाय की पूजा करने वाली महिलाओं को संतान सुख की प्राप्ति होती है और संतान पर आने वाले संकट भी नष्ट हो जाते हैं।
पौराणिक कथा के अनुसार एक बार श्री कृष्ण शेर का रूप धारण कर बहुला गाय के सामने प्रकट हुए तो वह अपने प्राण त्यागने को तैयार हो गई, उसने शेर से कहा कि उसके बच्चे को दूध पिलाने के बाद वह उसका भोजन बन जाएगी।
बछड़े के प्रति गाय का स्नेह देखकर शेर ने उसे जाने दिया, वादे के अनुसार गाय ने अपना काम किया और शेर के सामने आ गई।
बहुला की धर्मपरायणता और वचनबद्धता देखकर भगवान कृष्ण प्रसन्न हुए और उन्होंने बहुला को आशीर्वाद दिया कि कलियुग में जो भी तुम्हारी पूजा करेगा, उसकी संतान हमेशा सुखी और सुरक्षित रहेगी।
बहुला चौथ व्रत की विधि - Bahula Chauth Vrat Vidhi
- बहुला चतुर्थी के दिन गाय के दूध से बनी कोई भी चीज नहीं खानी चाहिए।
- गाय के दूध पर उसके बछड़े का अधिकार माना जाना चाहिए।
- पूरे दिन उपवास रखने के बाद शाम को गाय की पूजा की जाती है।
- कुल्हड़ में पापड़ी आदि रखकर भोग लगाया जाता है और पूजा के बाद उसे खाया जाता है।
बहुला चौथ पूजा मंत्र - Bahula Chauth Puja Mantra
या: पालयन्त्य नाथांश्च पर पुत्रान् स्व पुत्रवत्।
ता धन्यास्ता: कृतार्थाश्च ता स्त्रियो लोकमातर:।।
Yaah Palayantya Naathaanshch Par Putraan sva putravat.
Ta dhanyastaah Krtaarthashch taa striyo lokamaatarh
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