करवा चौथ के नियम | Karwa chauth Niyam

Published By: Bhakti Home
Published on: Sunday, Oct 13, 2024
Last Updated: Sunday, Oct 13, 2024
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करवा चौथ के नियम, Karwa chauth Niyam - करवा चौथ का व्रत हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखता है। यह व्रत सुहागिन महिलाएं सुखी वैवाहिक जीवन के लिए रखती हैं। 

इसे कठिन व्रत भी माना जाता है क्योंकि इस व्रत को निर्जला रखने की परंपरा है। साथ ही इस दिन करवा रखने का भी विशेष महत्व है। आइए जानते हैं करवा चौथ की पूजा में करवा में क्या-क्या चीजें रखनी चाहिए, करवा चौथ के नियम क्या है। 

करवा चौथ के नियम| Karwa chauth Niyam | ये हैं जरूरी नियम

कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को करवा चौथ का त्यौहार मनाया जाता है। इस दिन सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रखती हैं। साथ ही अविवाहित महिलाएं भी अच्छे वर के लिए व्रत रखती हैं। यह त्यौहार खास तौर पर उत्तर भारत का त्यौहार है। आइए जानते हैं इस व्रत को रखने के खास नियम।

 

Karwa chauth Niyam | करवा चौथ नियम 1 - चंद्रोदय तक व्रत रखें

[करवा चौथ के नियम - नियम 1]

  • यह व्रत सूर्योदय से पहले शुरू होता है। उससे पहले आप कुछ भी खा या पी सकते हैं। 
  • उसके बाद रात को चंद्रोदय होने तक पानी भी न पिएं। अगर कोई स्वास्थ्य समस्या है तो आप पानी पी सकते हैं। 
  • चंद्रोदय के बाद ही इस व्रत को खोलना चाहिए। 
  • शास्त्रों के अनुसार, केवल विवाहित महिलाएं या जिनकी शादी तय हो चुकी है, वे ही यह व्रत रख सकती हैं। 
  • अगर पत्नी अस्वस्थ है तो पति भी यह व्रत रख सकता है।

 

Karwa chauth Niyam | करवा चौथ नियम 2 - करवा चौथ कथा सुनना है जरूरी

[करवा चौथ के नियम - नियम 2]

  • करवा चौथ व्रत के दिन करवा चौथ व्रत  कथा सुनना बहुत जरूरी माना जाता है। 
  • मान्यता है कि करवा चौथ की कथा सुनने से सुहागिन महिलाएं हमेशा खुश रहती हैं, उनके घर में सुख, शांति, समृद्धि आती है और उन्हें संतान सुख की प्राप्ति होती है। 
  • करवा चौथ व्रत की कथा सुनते समय अपने साथ साबुत अनाज और मिठाई जरूर रखें। 
  • इस दिन कथा सुनने के बाद बहुओं को अपनी सास को बायना देना चाहिए।

 

Karwa chauth Niyam | करवा चौथ नियम 3 - शिव परिवार की पूजा करें 

[करवा चौथ के नियम - नियम 3]

  • शाम को चंद्रोदय से करीब एक घंटे पहले शिव परिवार (शिव, पार्वती, गणेश, कार्तिकेय और नंदी) की पूजा की जाती है।
  • इसके बाद चंद्रदेव की पूजा करने का भी महत्व है।

 

Karwa chauth Niyam | करवा चौथ नियम 4 - शिव परिवार मंत्रो का जाप करें 

[करवा चौथ के नियम - नियम 4]

शिव परिवार के मंत्रो का जाप करने से विशेष लाभ मिलता है। अतः इनका जाप करें नीचे शिव परिवार मंत्र दिए गए हैं ।

  • पार्वतीजी का मंत्र - ॐ शिवायै नमः 
  • शिव का मंत्र - ॐ नमः शिवाय
  • कार्तिकेय का मंत्र - ॐ षण्मुखाय नमः' 
    श्रीगणेश का मंत्र - ॐ गणेशाय नमः
    चंद्रमा का पूजन मंत्र - ॐ सोमाय नमः

 

Karwa chauth Niyam | करवा चौथ नियम 5 - पूजा पूर्व दिशा की ओर मुख करके करें 

[करवा चौथ के नियम - नियम 5]

  • पूर्व दिशा की ओर मुख करके करें पूजा: पूजा के दौरान भगवान की मूर्ति का मुख पश्चिम दिशा की ओर होना चाहिए और महिला को पूर्व दिशा की ओर मुख करके बैठना चाहिए। 
  • इस व्रत के दौरान महिलाओं को लाल या पीले रंग के कपड़े ही पहनने चाहिए। 
  • इस दिन पूरा श्रृंगार करना चाहिए और अच्छा भोजन करना चाहिए।

 

Karwa chauth Niyam | करवा चौथ नियम 6 - छलनी से चांद को देखें

[करवा चौथ के नियम - नियम 6]

  • चांद निकलने के बाद सबसे पहले महिलाएं छलनी से चांद को देखती हैं और फिर अपने पति को, इसके बाद पति अपनी पत्नियों को लोटे से पानी पिलाकर उनका व्रत पूरा करवाते हैं। 
  • अविवाहित महिलाएं चांद की जगह तारों को देखती हैं। 
  • जब चांद निकल आए तो उसे देखकर अर्घ्य दें।

 

Karwa chauth Niyam | करवा चौथ नियम 7 - करवा में रखें ये चीजें

[करवा चौथ के नियम - नियम 7]

  • करवा का मतलब मिट्टी से बना बर्तन होता है। करवा चौथ के दिन कई लोग अपनी मान्यताओं के अनुसार करवा में अलग-अलग चीजें रखते हैं। 
  • कुछ लोग करवा में गेहूं रखते हैं, तो कुछ लोग इसमें चावल या चोकर भी रखते हैं। 
  • कई जगहों पर करवा में दूध भी रखा जाता है और इसमें तांबे या चांदी के सिक्के डाले जाते हैं।
  • इसके साथ ही करवा के ढक्कन में चीनी आदि भरी जाती है। 
  • करवा चौथ की पूजा के दौरान हाथ में गेहूं या चावल के दाने लेकर करवा चौथ की कथा सुनी जाती है। 
  • इसके बाद महिलाएं करवा पर हाथ घुमाकर अपनी सास को करवा देती हैं और उनके पैर छूकर उनका आशीर्वाद प्राप्त करती हैं।

 

Karwa chauth Niyam | करवा चौथ नियम 8 - पूजा के बाद करवे को फेंके नहीं 

[करवा चौथ के नियम - नियम 8]

सवाल आता है कि पूजा के बाद करवा का क्या करें? पूजा के बाद करवे को फेंके नहीं ।

  • मान्यताओं के अनुसार इस करवा में करवा माता का वास होता है। इसलिए इसे फेंकना नहीं चाहिए, बल्कि पूजा के बाद इसे साफ करके अगले करवा चौथ पर इस्तेमाल किया जा सकता है। 
  • अगर आप ऐसा नहीं करना चाहते हैं तो इसे किसी पेड़ के नीचे रख दें या फिर बहते पानी में भी प्रवाहित कर सकते हैं।
  • आप चाहें तो करवा पर कलावा बांधकर उसे किसी साफ और सुंदर जगह पर रख सकते हैं।

 

 

 

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