
सोमवती अमावस्या पर क्या दान करना चाहिए (Somvati amavasya par kya daan karna chahiye): हिंदू धर्म में अमावस्या तिथि का विशेष महत्व है, हर साल ऐसी 12 तिथियां आती हैं। अमावस्या हर हिंदू महीने में कृष्ण पक्ष की अंतिम तिथि होती है। इस दिन पूजा-पाठ, स्नान और दान जैसे अनुष्ठानों का विशेष महत्व माना जाता है।
सोमवती अमावस्या पर क्या दान करना चाहिए (Somvati amavasya par kya daan karna chahiye)
सोमवती अमावस्या पर स्नान और दान के अनुष्ठानों के अलावा अपने पूर्वजों का आशीर्वाद लेने के लिए पितृ पूजा (पूर्वजों की पूजा) की जाती है।
यह दिन उन लोगों के लिए विशेष रूप से शुभ है जिनकी कुंडली में पितृ दोष है, या जो लोग अपने आपको पूर्वजों के आशीर्वाद से वंचित महसूस करते हैं, संतान प्राप्ति में कठिनाई का सामना कर रहे हैं, या गरीबी और कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं।
सोमवती अमावस्या पर विशेष दान करने से पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है और इन चुनौतियों से मुक्ति मिलती है।
सोमवती अमावस्या को क्या दान देना चाहिए?
आइए जानें सोमवती अमावस्या पर पितरों को सम्मानित करने और उनका आशीर्वाद पाने के लिए कौन सी वस्तुएं दान करनी चाहिए। इस तरह के दान से न केवल पितरों का आशीर्वाद मिलता है बल्कि दानकर्ता का पुण्य भी बढ़ता है, जिससे सुख, शांति और समृद्धि आती है।
1 - वस्त्र
- गरुड़ पुराण के अनुसार सोमवती अमावस्या के दिन पितरों को याद करके उनसे गलतियों के लिए क्षमा मांगते हुए उनके आशीर्वाद की प्रार्थना करते हुए कुछ वस्त्र जैसे धोती, तौलिया और बनियान आदि दान करना चाहिए।
- ऐसा करने से पितर प्रसन्न होते हैं और व्यक्ति को अपना आशीर्वाद देते हैं।
2 - काले तिल
- काले तिल को बहुत शुभ माना जाता है।
- पितरों को प्रसन्न करने और अशुभ शक्तियों से बचाने के लिए इनका दान किया जाता है।
- सोमवती अमावस्या पर स्नान के बाद काले तिल का दान करने से पितृ दोष दूर होता है और जीवन में सुख-समृद्धि आती है।
3 - अनाज 7 प्रकार के
- सोमवती अमावस्या पर ग्रहों की शांति के लिए सप्तधान यानी 7 प्रकार के अनाज का दान करना बहुत शुभ माना जाता है
- सप्तधान में चावल, गेहूं, जौ, काले चने, सफेद तिल, मूंग दाल, मक्का या मसूर आदि शामिल हैं।
- चावल को समृद्धि और शुभता का प्रतीक माना जाता है।
- गेहूं को जीवन का आधार माना जाता है और इसका दान करना बहुत शुभ होता है।
- जौ को स्वास्थ्य और दीर्घायु का प्रतीक माना जाता है। मूंग को शीतलता और शांति का प्रतीक माना जाता है।
- चने को शक्ति और ताकत का प्रतीक माना जाता है।
- मक्का को समृद्धि और उर्वरता का प्रतीक माना जाता है।
- चावल से चंद्रमा, गेहूं से सूर्य, काले चने से शनि, सफेद तिल से शुक्र, हरी मूंग से बुध और मसूर की दाल से मंगल ग्रह को बल मिलता है। इनसे संबंधित दोष दूर होते हैं।
4 - चंद्रमा से संबंधित चीजों का दान
सोमवती अमावस्या पर पितरों का आशीर्वाद पाने के लिए चंद्रमा से संबंधित चीजें जैसे दूध, चावल, चांदी और सफेद कपड़े आदि का दान करना चाहिए।
5- भूमि
पितृ दोष से मुक्ति पाने और पितरों की प्रसन्नता और आशीर्वाद पाने के लिए अपनी क्षमता के अनुसार भूमि का दान भी किया जा सकता है।
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